शुक्रवार, 22 फ़रवरी 2013
गुण्डे पालने का काम पूँजीपतियों और सत्ता का है, मजदूरों का नहीं
देश के विभिन्न हिस्सों में गुण्डों ने हड़ताल को हाईजैक कर लिया है। हड़ताल और हड़तालियों को बदनाम करने के लिए यह सत्ता और कॉर्पोरेट गठजोड़ द्वारा बार-बार आज़माया हुआ हथकंडा है।.......................read more
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गुण्डे पालने का काम पूँजीपतियों और सत्ता का है, मजदूरों का नहीं
वेबसाइट संचालक अमलेन्दु उपाध्याय 30 वर्ष से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ पत्रकार और जाने माने राजनैतिक विश्लेषक हैं। वह पर्यावरण, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, युवा, खेल, कानून, स्वास्थ्य, समसामयिकी, राजनीति इत्यादि पर लिखते रहे हैं।
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